और अति शोक को महसूस किया है। और अति शोक को महसूस किया है।
सूनी रह जाएंगी इस बार मायके की गलियां, मायके नहीं जा पा रहीं हैं आंखों की कलियां। सूनी रह जाएंगी इस बार मायके की गलियां, मायके नहीं जा पा रहीं हैं आंखों की कलि...
कोरोना की इस बीमारी को जड़ से हमें मिटाना है। कोरोना की इस बीमारी को जड़ से हमें मिटाना है।
बस देना हमें अपने प्यार और अथाह संयम की सीख। बस देना हमें अपने प्यार और अथाह संयम की सीख।
लक्षण हो तो करें उपचार अमर नहीं कोरोना जायेगा हार। लक्षण हो तो करें उपचार अमर नहीं कोरोना जायेगा हार।
जो हुआ भूलकर सब कुछ, हमे आगे बस बढ़ जाना हैं। जो हुआ भूलकर सब कुछ, हमे आगे बस बढ़ जाना हैं।